Activity 1: Comprehension
A. Tick the correct alternative:
1. The king was full of
(a) wisdom
(b) emotions
(c) fancies
(d) good manners
2. The king was happy when
(a) things went right
(b) things went wrong
(c) people came with suggestions
(d) people gave him gifts
3. The princess loved the young man who
(a) equal to her in status
(b) above her in status
(c) below her in status
(d) a semi barbaric fellow
Answer.
1.-(c),
2.-(b),
3.-(c).
B. Say whether the following statements are true or false. Write T for true and F for false:
1. The arena was meant for gladiators.
2. The fate of the criminals was decided in the courts of law.
3. Justice, good or bad, was always delayed.
4. The ladies to be kept behind the door were selected through beauty contests.
5. When the criminal was killed by the tiger, the songs of joy used to be sung.
6. Quite often the beasts were also brought to the arena for fighting together.
7. The princess was as barbaric as her father.
8. The princess was free from jealousy.
9. The mind of the princess was full of conflict.
10. The lover of the princess was killed by the tiger.
Answers.
1.-F,
2.-F,
3.-F,
4.-F,
5.-F,
6.-F,
7.-F,
8.-F,
9.-T,
10.-F.
C. Answer the following questions in about 30-40 words each:
Question 1.
How was the king different from his neighbors?
अपने पड़ोसियों से राज किस प्रकार भिन्न था?
Answer.
His neighbors were known for their kindness and good manners. The king had also learnt a few manners from them. Still he was uncivilized and lack in good manners.
उसके पड़ोसी अपने अच्छे व्यवहार और भद्रता के कारण जाने जाते थे। हालांकि राजा ने भी अपने पड़ोसियों से कुछ अच्छी बातों को सीखा था। इसके बाद भी वह अच्छे गुणों से हीन और अव्यवहारिक था।
Question 2.
Why was the king happy when things was went wrong?
जब कोई बात गलत हो जाती तो राजा क्यों खुश होता था?
Answer.
When the things went wrong, he was happy. He got an opportunity to set them correct. He often loved to make the crooked straight and to crush down disorder in his kingdom.
जब चीजें गलत हो जाती थी तो राजा खुश होता था। वह उन गलतियों को सुधारने का एक मौका पा जाता था। वह अपने राज्य में बेईमानों और मक्कारों को तथा गलत करने वालों को सीधे तौर पर कुचल देना पसंद करता था।
Question 3.
How did the king use the arena?
राजो उस दीर्घा का किस तरह से उपयोग करता था?
Answer.
The arena was a method to culture the lives of his subjects. In the arena humans and beasts used to perform before the audience. It also helped the king to assert his fancies.
वह दीर्घा उसके अनुसार निर्धारित कानून और संस्कृति के अधीन लोगों को रखने का प्रतीक था। उस दीर्घा में दर्शकों के सामने मानवों और पशुओं को कलावाजी दिखाने का काम होता था। यह राजा के सामने बलप्रदर्शन और तलवारबाजी दिखाने में भी काम आता था।
Question 4.
If the accused chose the door with the tiger, what happened? How did the people react?
यदि दोषी बाघ वाले दरवाजे को चुनता था तब क्या होता था? लोग उस पर किस प्रकार से प्रतिक्रिया देता था?
Answer.
If the accused chose the door with the tiger, the hungry tiger would jump on him and tear him into pieces. It was punishment for his guilt. The people used to become sad and think about the young and fair accused.
उत्तर -यदि दोषी बाघ वाले दरवाजे को चुनता था तो उससे एक भूखा, अत्यंत ही दुर्दात बाघ उसके ऊपर झपट पड़ता था और उसे टुकड़ों में बांट देता था। यही उसकी गलती का सजा था। लोग इस घटना से उदास हो जाते और उस नौजवान और निर्दोष अपराधी के बारे में सोचते थे।
Question 5.
If the accused chose the door with the lady, what happened? How did the people react?
जब दोषी औरत वाले दरवाजे को चुनता था तो क्या होता? लोग उस पर किस प्रकार से प्रतिक्रिया देते थे?
Answer.
If the accused chose the door with the lady, he would marry her immediately. The people gave their approval and the innocent man brought home his new bride.
यदि दोषी औरत वाले दरवाजे को चुनता तब उसे उस महिला से तत्काल विवाह करना पड़ता। लोग उसे अपनी अनुमति देते और वह निर्दोष व्यक्ति अपनी उस नई पत्नी को अपना घर ले जाता।
D. Answer the following questions in about 60 words each?
Question 1.
Describe the character of the princess.
राजकुमारी के चरित्र के वारे में लिखें?
Answer.
The princess had all the qualities of her father. On the day of trial, she discovered the secrets of the door. Because they held the fate of her lover. It was a choice between the death and marriage or the lady and the tiger. However, she made a quick sign with her hand and directed her lover to the door on the right. The decision was really difficult for her. She was horrified to think about her lover being killed by the hungry tiger. At the same time, she equally jealous of the beautiful lady chosen for the occasion. So, she was not free from hatred and jealously-semi-barbarism.
राजकुमारी में अपने पिता का सारा गुण विद्यमान था। सुनवाई के दिन उसने अपने दरवाजे के रहस्य का भी पता कर लिया था। क्योंकि इसी में उसके प्रेमी के भाग्य का गैसला होना था। उसके सामने मृत्यु और विवाह अथवा बाघ और नारी में से किसी एक को चुनने का विकल्प था। इस तरह उसने एक त्वरित निर्णय लिया और तेजी से अपने हाथ के इशारे के माध्यम से उसने अपने प्रेमी को दाई ओर के दरवाजे का संकेत दिया। वाकई यह निर्णय लेना उसके लिए कठिन था। वह इस बात को सोचकर ही भय से कांप उठी कि उसका प्रेमी उस भूखे दुर्दान्त बाघ के द्वारा मारा जाय। उसी समय वह उस सुन्दर नारी से भी जल रही थी जिसे उससे विवाह कराने के लिए चुना गया था। इस तरह से वह घृणा और जलन के कारण अर्द्ध-बर्बर थी।
Question 2.
Why was the audience surprised when the young man entered the arena?
जब उस नौजवान ने दीर्घा में प्रवेश किया तो लोग क्यों अचंभित हुए?
Answer.
On the day of trial the arena was packed with the audience. When the signal was given, the princess’s lover entered the arena. The audience was surprised to see him because he was very handsome and attractive. It was impossible for the audience to believe that such a handsome man was living among them. The princess was bound to fall in love with this handsome man. But nobody could change his fate. His misfortune had brought him to the terrible arena.
सुनवाई के दिन वह दीर्घा पूरी तरह से लोगों से भरा था। जब संकेत दिया गया तो राजकुमारी के प्रेमी ने दीर्घा में प्रवेश किया। लोग उसे देखकर अचंभित थे क्योंकि वह अत्यधिक सुन्दर और आकर्षक व्यक्तित्व वाला था। लोग इस बात से अचंभित थे कि इतने सुन्दर व्यक्ति को उनके सामने लाया गया है। राजकुमारी तो इस सुन्दर पुरुष के साथ प्रेम करने के लिए वाध्य थी। लेकिन कोई भी उसक भाग्या को नहीं बदल सकता है। उसका दुर्भाग्य ने ही उसे इस भयावह दीर्घा में ला खड़ा किया है।
Question 3.
What had the princess discovered about the door?
राजकुमारी ने दरवजों के बारे में क्या पता किया था?
Answer.
The princess was a royal daughter.She had power, influence and plenty of gold to discover the secret of arena. She had passed several sleepless nights thinking about her lover. She could not see her lover being killed by the hungry tiger. At the same time she was unable to bear the presence of another lady in her lover’s life. But she had lost her lover. In such situations she might have discovered secret of the door with the lady so that her lover might live in the world.
राजकुमारी राजपरिवार की एक बेटी थी। उसके पास शक्ति, प्रभावित करने की क्षमता और प्रचूर मात्रा में सोना उस दीर्घा की गुप्त बातों को जानने के लिए था। उसने अपने प्रेमी के बारे में सोचते हुए अनेक रात जाग कर बिता दिया था। वह अपने प्रेमी को किसी भी हाल में भूखे बाघ के द्वारा मारा जाते नहीं देख सकती थी। इसके साथ ही वह अपने प्रेमी के जीवन में किसी दूसरी नारी को नहीं देख सकती थी। इस परिस्थिति में उसने दरवाजों के रहस्य का पता उस नारी के साथ लगा लिया ताकि उसका प्रेमी इस
संसार में जीवित रह सके।
Question 4.
What did the princess feel when she imagined her lover opening the door that hid the tiger?
राजकुमारी ने जब कल्पना किया कि उसके प्रेमी ने बाघ वाले दरवाजे को खोल रहा है, तो उसे केसा महशूश हुआ?
Answer.
When the princess imagined her lover opening the door that hid the tiger, she was horrified. She imagined the horror of her lover being killed by the hungry tiger. The scene mover her heart moved. She in her dreams had covered her face with hands. She did everything to hide from the cruelty. She had lain awake at night imaging the cruelty of scene. Although she was hot-blooded and semi-barbaric, she had a heart which could feel pain and suffering.
राजकुमारी ने जब यह कल्पना किया कि उसका प्रेमी उस कमरे के दरवाजे को खोल रहा है जिसके पीछे बाघ छिपा है तो वह काफी डर गई। वह उस भय से कांप उठी कि उसके प्रेमी को वह भूखा बाघ जान से मार रहा है। इस दृश्य की कल्पना मात्र से उसका हृदय मुंह को आ गया। सपने में ही उसने अपने चेहरे को भय के मारे अपने हाथों से ढक लिया। इस क्रूरता से बचने के लिए उसने हर संभव प्रयास किया। रात को इस विभित्स दृश्य की कल्पना करके वह अपने बिस्तर से उठ खड़ी हुई। जबकि उसका भी खून गरम था और वह अर्द्ध-बर्बर थी, कर भी उसके पास हृदय था जिसमें दर्द और वेदना का अनुभव था।
Question 5.
What did she feel when she imagined her lover opening the door that hid the lady?
जब उसने कल्पना किया कि उसका प्रेमी उस दरवाजे को खोल रहा है जिसके पीछे नारी छिपी है, तो उसे केसा अनुभव हुआ?
Answer.
When she imagined her lover opening the door that hid the lady, she screamed and tore her hair. She became restless. Her soul burned in agony at the sight of her lover rushing to the lady with whom he was to be married the next moment. Her tears had no meanings as they lost in the joy of marriage. She was left to live through misery of the procession, the happy couple and the shouts of the crowd.
उसने जब यह कल्पना किया कि उसका प्रेमी, उसे दरवाजे को खोल रहा है जिसके पीछे नारी छिपी है तो वह चिल्ला उठी और अपनी बालों को तोड़ने लगी। वह बेचैन हो गई। उसका हृदय उस दृश्य की कल्पना मात्र से कि उसका प्रेमी उस नारी के पास विवाह करने के लिए जा रहा है तो वेदना से वह कराह उठी। विवाह के इस खुशी में उसकी आंसू को कोई महत्व नहीं रह गया। खुशहाल नव-दंपति के सम्मान में निकले जुलूस और उसके चिल्लाने की आवजे के बीच वह अपनी दुखों के साथ जीने को विवश थी।
Question 6.
“The princess had enough barbarism in her that their love affairs was dramatic ……. too dramatic? Explain.
राजकुमारी में भी बर्बरता कूट-कूट कर भरा था फिर भी उसका प्रेम प्रसंग नाटकीय ढंग से। ……… और भी अधिक नाटकीय ढंग से आगे बढ़ रहा था।” इस वक्तव्य की व्याख्या करें।
Answer.
The princess was very dear to her father. She was passionate, fanciful and strong like her father. Unfortunately she fell in love with a young man who was below her status. But he was brave, handsome and daring. He also loved the royal daughter from the core of his heart. Their love affair remained a secret for months. The princess could not forget her barbarism. Her dramatic love affair revealed to her father who put the young man to prison without hesitation. So their love affair was dramatic —too dramatic.
राजकुमारी अपने पिता की अत्यंत प्रिय थी। वह अपने पिता के समान भावुक, विचित्र स्वभाव की और सशक्त महिला थी। संयोगवस वह एक नवयुवक से प्रेम करने लगी जो उसके स्तर से नीचे का था। लेकिन वह देखने में सुन्दर, बहादुर और साहसी युवक था। वह भी उस राजकुमारी को अपने हृदय की अतल गहराइयों से प्यार करता था। उनका यह प्रेम प्रसंग महीनों तक गुप-चुप तरीके से चलता रहा। वह राजकुमारी अपनी बर्बरता नहीं भूली। लेकिन उसके इस प्रेम प्रसंग का पता उसके पिता को लग गया और उसने उस युवक को बिना किसी हिचक के जेल में डाल दिया। इस तरह उसका प्रेम-प्रसंग नाटकीय …….. और भी अधिक नाटकीय था।
Question 7.
How could the princess find the secret of the doors?
राजकुमारी ने किस तरह से दरवाजों के गुप्त रहस्य को जान लिया?
Answer.
The princess was a royal daughter. She had power, influence and a great deal of gold. She was in a strong position to discover the secret of the doors. She did find out the secret of the door for the occasion. Finally she was able to know the room in which stood the hungry tiger and in which waited the lady. It was the reason why she was impatient to make her presence on the day of trial.
राजकुमारी उस राजपरिवार की बेटी थी। उसके पास शक्ति, किसी चीज को प्रभावित करने की क्षमता और भारी मात्रा में सोने थे। वह दरवाजों के गुप्त रहस्य को जानने के मामले में बहुत ही मजबूत स्थिति में थी। उसने उस समारोह के लिए दरवाजों का रहस्य जान लिया। अंततः उसने यह भी जान लिया कि किस कमरे में भूखा बाघ है और किस कमरे में नारी प्रतीक्षारत है। यही वजह था कि वह सुनवाई के दिन वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अत्यंत ही आतुर थी।
Question 8.
Comment on the king’s method of dealing with justice.
राजा के न्याय करने की प्रक्रिया पर अपना विचार दें।
Answer.
The king’s method of dealing with justice was the public arena. The humans and beasts used to perform before the audience in this arena. It was a very big amphitheater with encircling galleries, mysterious vaults and unknown passages. It was the place where king’s poetic justice was often delivered. It was also the place where crime was punished or virtue was rewarded. However, punishment or reward was absolutely dependent on the fate of the accused.
राजा के न्याय करने की प्रक्रिया दीर्घा में बैठ कर लोगों के सामने करने का था। दुर्दान्त पशु और आदमी के बीच के संघर्ष द्वारा सुनवाई के पहले दीर्घा में लोगों का मनोरंजन किया जाता था। यह बहुत बड़ा गोलाकार प्रदर्शन का स्थल था जिसमें चारो ओर घुमावदार गलियारे, रहस्यमय तहखाने और आज्ञात रास्ते बने थे। यही वह स्थान था जहां राजा अपना काव्यात्मक न्याय दिया करता था। यही पर दोषियों को सजा और निर्दोषों को पुरस्कार दिया जाता | था। जबकि पुरस्कार और सजा, दोनों ही दोषियों के भाग्य पर निर्भर करता था।
Question 9.
What do you think came out of opened door-the lady or the tiger? Give reasons.
आप नारी अथवा बाघ के खुले दरवाजों से क्या समझते हैं? कारण सहित समझाएं।
Answer.
It is very difficult to give answers to this question. Everything depends on our thought as the author has left the end of this story hanging in the air. After the princess lover was put into the prison, he had spent several sleepless nights. She was horrified to imagine her lover being killed by the tiger. At the same time her heart was in anxiety to imagine her lover rushing towards the lady. It is a fact that she had already lost her lover. But she had desire to save him. As she had sufficient power and influence to know the secrets of the door, she did it. She was also present on the day of trial so that she could help her lover. Consequently she made a sign to the door on the right side, from which the lady might have come out.
इस प्रश्न का उत्तर देना अत्यंत ही कठिन कार्य है। लेखक द्वारा इस कहानी का अंत निर्वात में (अटकलों के बाजार में) जो लाकर छोड़ दिया उसके चलते सब कुछ लोगों के व्यक्तिगत सोच पर निर्भर है। राजकुमारी के प्रेमी को जब जेल में डाल दिया जाता है तो वह (राजकुमारी) कई रात बेचैनी में जाग कर बिता देती है। वह इस बात की कल्पना मात्र करके ही व्यथित हो जाती है कि उसका प्रेमी बाघ द्वारा मार दिया जाएगा। उसी समय उसका हृदय इस बात की जलन से भर जाता कि उसका प्रेमी किसी और नारी के पास जा रहा है। यह एक कटु सत्य था कि उसने अपने प्रेमी को खो दिया था। लेकिन उसकी तमन्ना थी कि उसे सुरक्षित बचा लिया जाय। चुंकि उसके पास मामलों को प्रभावित करने का इतना सामर्थ्य और शक्ति था कि वह दरवाजों के रहस्य को जान सके, उसने वैसा किया। वह सुनवाई के दिन दीर्घा में इसलिए मौजूद रही ताकि वह अपने प्रेमी की मदद कर सके। परिणामस्वरूप उपयुक्त समय पर उसने अपने दाई ओर के दरवाजे का इशारा भी किया जिससे कि नारी निकल कर बाहर आती।
Question 10.
What deeper message has been communicated to us in the story?
इस कहानी के माध्यम से हमें कौन सा गूढ़ संदेश दिया गया है?
Answer.
Undoubtedly this story has a lot to say. The importance of choice and the consequences that result from this choice depends on the fate of the accused. The king has created the public arena with a purpose. He never interferes into the choice of the accused. Actually the accused’s choice is the one which decides his destiny. The king’s choice does not matter in this scheme of dealing with justice. Whether the accused is killed by a hungry tiger or get married with a beautiful maiden is a subject of fate for the accused. So fate plays a major role in one life.
निस्संदेह इस कहानी में हमें बहुत कुछ कहा गया है। चुनाव करने का महत्त्व और उस चुनाव का जो परिणाम सामने आता है वह निश्चय ही अभियुक्त के भाग्य पर निर्भर करता है। राजा ने एक निश्चित उद्देश्य के साथ लोक दीर्घा का निर्माण किया था। वह कभी भी अभियुक्त के पसंद में हस्तक्षेप नहीं करता था। वास्तव में अभियुक्त द्वारा किया गया चनाव उसका अपना एक भाग्य निश्चित करता था। राजा की इच्छा इस तरह से न्याय करने के क्रम में कोई महत्त्व नहीं रखता था। चाहे दोषी एक भूखे दुर्दात बाघ के द्वारा मार कर खा लिया जाय या कर एक सुन्दर महिला के साथ उसका विवाह हो जाय। यह उसके अपने भाग्य पर निर्भर करता था। इस तरह से भाग्य व्यक्ति के अपने-अपने जीवन में एक महत्त्वपूर्ण किरदार निभाता है।
Activity 2: Vocabulary
A. Find from the lesson on word substitutes for the expression given in brackets. The initial letters have been provided as hints:
1. The king was uncivilized and much like a s ………….. (a primitive man)
2. In ancient Rome, the g…………. were forced for the bloody fights. (those who fought with swords)
3. The fate of criminals was decided in the a……… (unroofed arena for fights)
4. The princess was as s…………. as her father. (partly civilized and partly rude)
5. Great wails went up from the hired m………….who were posted outside the arena. (persons expressing sorrow by weeping)
Answers.
1. savage
2. gladiator
3. amphitheater
4. semi-barbaric
5. mourners
B. Fill in the blanks with appropriate choice from the words given below: hungry, glory, arena, judgement, traditions, hated
1. In the public …………. humans and beasts performed before audiences.
2. From the gate a …………. tiger would come out and kill the accused.
3. The arena built by the king was not for the …………. of gladiators.
4. The king knew no ………….. from other kingdoms.
5. There was no escape from the …..of the king’s arena.
Answer.
1. arena
2. hungry
3. glory
4. traditions
5. judgment
C. Fill in the blanks with nouns derived from the verbs given in brackets:
1. At last the princess took …………to deal with the situation. (decide)
2. The …………. would go as planned. (try)
3. The tiger tore the accused to pieces as …… for his guilt. (punish)
4. The king allowed no ……….. with his design. (interfere)
5. The bells rang and the audience shouted its …………..(approve)
Answer.
1. decision
2. trial
3. punishment
4. interference
5. approval
Activity 3: Grammar
In the lessons 1-4 you studied about tenses, word formation and active/passive voice. Complete the following paragraphs by using the correct forms of verbs given in brackets:
Question 1.
The king was semibarbaric. People …………. (afraid of) him. His method of (give) justice was funny. But the (terrify) people (have) no courage (speak) against him. The life of the accused absolutely (depend) on the trick of fate. People (know) well that if they (interfere), they (meet) the same fate as the common criminals. So they (choose) (keep) silent.
राजा अर्द्ध-बर्बर था। लोग उससे ………… (डर) थे। न्याय (देना) को उसका विधान हास्यास्पद था। लेकिन (भयातुर) नागरिकों के पास इतना हिम्मत नहीं (है) कि उसके विरोध में (बोल)। दोषियों का जीवन पूरी तरह से भाग्य के खेल पर (निर्भर) था। लोग अच्छी तरह से (जानना) कि यदि वे (हस्तक्षेप) करेंगे तो उन्हें भी वही सजा (मिलना) जो उस दोषी को मिलने वाला था। इसलिए वे चुप (चुनना) (रहना)।
Answer.
The king was semi barbaric. People were afraid of him. His method of giving justice was funny. But the terrified people had no courage to speak against him. The life of the accused absolutely depended on the trick of fate. People knew that if they had interfered, they would have met the same fate as the common criminals. So they chose to keep silent.
राजा अर्द्ध-बर्बर था। लोग उससे भयभीत थे। उसके न्याय देने का विधान बड़ा मजाकिया था। लेकिन भयभीत लोगों के पास इतना हिम्मत नहीं था कि वे इसका विरोध कर सके। दोषी का जीवन पूरी तरह से उसके अपने भाग्य के खेल पर निर्भर था। लोग यह भली-भांति जानते थे कि यदि उसने हस्तक्षेप किया तो उसे भी वही सजा भुगतना पड़ेगा जो उस दोषी को दिया जाएगा। इसलिए वे चुप रहना ही पसंद करते थे।
Question 2.
The princess was beautiful and extremely (like) by her father. One day the king (discover) that his daughter (fall) in love with a young and handsome man of his kingdom. The man (arrest) and (send) to prison. (Hear) this, the mind of the princess (become) (occupy) with strange thoughts. She (know) to the King’s method of justice. On the one hand she (want) (save) him, on the other she (shock) (think) about the possibility of the lady (come) out of the gate instead of the tiger!
राजकुमारी बहुत सुन्दर थी और उसके पिता उसे बहुत अधिक (चाहना) थे। एक दिन राजा को (पता) चला कि उसकी बेटी उसी के राज्य के एक युवक से प्यार (करना) लगी है। उस आदमी को (केद) कर जेल (भेज) दिया गया। ऐसा (सुन) राजकुमारी का दिमाग भयावह विचारों से (अधीन) (होना) गया। वह राजा के न्याय प्रक्रिया को (जानना)। एक ओर तो वह उसे (चाहना) (बचाना) थी वहीं दूसरी ओर वह उस नारी की संभावना से ( भयभीत) (सोच) हो जाती थी कि जो बाघ की जगह निकल कर बाहर आती।
Answer.
The princess was beautiful and extremely liked by her father. One day the king discovered that his daughter had fallen in love with a young and handsome man of his kingdom. The man was arrested and sent to prison. Hearing this, the mind of the princess became occupied with strange thoughts. She was known to the king’s method of justice. On the other hand she wanted to save him, on the other she was shocked to think about the possibility of the lady who might come out of the gate instead of the tiger.
राजकुमारी बहुत अत्यधिक सुन्दर थी और अपने पिता की बेहद प्यारी थी। एक दिन राजा को पता चला कि वह उसकी पुत्री अपने ही राज्य के एक सुन्दर नौजवान से प्यार करने लगी है। उस आदमी को केद कर जेल भेज दिया गया। यह सुन राजकुमारी का दिमाग भयभीत कर देने वाले विचारों से भर गया। वह राजा के न्याय करने के ढंग को जानती थी। एक ओर तो वह उसे बचाना चाहती थी वहीं दूसरी ओर वह इस बात की संभावनाओं पर विचार कर दुखी हो जाती थी कि कहीं बाघ के बदले कमरे से न निकल आए।
Question 3.
Complete the following paragraphs choosing nouns, adjectives or adverbs from the list given below: (decisions, knowledge, fury, arena, brutish, judgement, distance, savage, whimsical, stroke, ferocious, adviser, glamorous, grace]
The King’s behavior was …………. and he looked like ………….. People were well known to his …………. nature and thought it better to keep …………. As no person dared to become his …………., his …………. were self-made. But the most frightening ones were his …………. dealt out to criminals. There were two gates in the public ………….. Behind one gate hid a ………….tiger and behind the another the most …………. girl of the land. But nobody had …………. as which gate hid the tiger and which gate hid the girl. It was only the …………… of fate that decided whether the accused would have the …………. of the girl or …….. of the tiger.
नीचे दी गई तालिका से उपयुक्त संज्ञा, विशेषण और क्रियाविशेषण को चुन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति करें। (निर्णय, जानकारी, दूरी, दीर्घा, पशुतुल्य, न्याय, दूरी, असभ्य/बर्बर, सनकी, घड़ी या घंटे की घ्वनि, खुखार, सलाहकार, आकर्षक, लालित्य/मनोहरता/कृपा दृष्टि) राजा का व्यवहार …………… था और वह देखने में ………… था। लोग उसके ………. की प्रकृति और विचार को जानते थे और …………… रहना ही बेहतर सोचते। कोई भी व्यक्ति उसका ……………… बनना चाहते। लेकिन सबसे अधिक उसका डरावना ….. दोषियों के साथ पेश आने का था। लोक …………. में दो दरवाजे बने थे। एक दरवाजे के पीछे एक …………. बाघ छिपा होता और दूसरे दरवाजे के पीछे अपने ही राज्य की एक बेहद …….. लड़की छिपी होती थी। लेकिन किसी भी व्यक्ति के पास यह …………. नहीं होती कि किस दरवाजे के पीछे लड़की छिपी है और किसके पीछे बाघ।। यह मात्र …………. भाग्य ही निर्णय करता था कि क्या अरराधी को लड़की …………….. या हर बाघ से ……………. होगा।
Answer.
The king’s behavior was savage and he looked like brutish. People were well known to his whimsical nature and thought it better to keep distance from. As no person dared to become his adviser, his decisions were self made. But the most frightening ones were his judgments dealt to out to criminals. There was two gates in the public arena. Behind one gate hid a ferocious tiger and behind the another gate the most glamorous girl of the land. But nobody had knowledge as which gate hid the tiger and which gate hid the girl. It was only the stroke of fate that decided whether the accused would have the grace of the girl or the fury of the tiger.
राजा का व्यवहार खुखार था और देखने में वह पशुतुल्य लग रहा था। लोग उसके सनकी व्यवहार को बहुत अच्छी तरह से जानते थे और उससे एक दूरी बनाए रखना ही बेहतर समझते थे। कोई भी उसका सलाहकार बनने का साहस नहीं करता था, उसका हर निर्णय अपना होता था। लेकिन सबसे भयभीत करने वाली बात तो यह था कि उसके न्याय करने का ढंग अभियुक्त के साथ सौदा करने जैसा था। लोक, दीर्घा में दो दरवाजे बने हुए थे। एक दरवाजे के पीछे एक खुखार बाघ छिपा होता था और दूसरे दरवाजे के पीछे एक अत्यंत सुन्दर युवति छिपी होती थी। लेकिन इस बात का किसी को पता नहीं होता था कि किस दरवाजे के पीछे लड़की छिपी है और किसके पीछे बाघ। यह तो डंके की चोट पर भाग्य का खेल था कि क्या अभियुक्त को ईश्वर की कृपा से लड़की मिलेगी या फर क्रोधोन्मत्त बाघ का ग्रास बनना है।
Activity 4: Speech Activity
Imagine the a dialogue took place between the king and the accused, beginning like this:
The King : You are a criminal.
The Accused : Your majesty, what is my crime?
The King : so you are fearless! How dare you talk to me?
The Accused : Me lord, I humbly want to know about my crime.
The King : How dare you see my ….. daughter!
Complete the dialogue.
Answer.
Do yourself.
Activity 5: Composition
Question 1.
Write a paragraph in about 150 words on judicial system of India.
भारतीय न्याय तंत्र पर लगभग 150 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखें।
Answer.
There is a single integrated judicial system in India. It is organized on pyramidal form. At the apex of the entire judicial system stands the Supreme Court of India. Immediately below the Supreme Court are the various High Courts and below them are the subordinate courts in each state.
The Supreme Court of India is the protector of the fundamental rights of citizens. It may issue writs in the nature of mandamus prohibition,habeas corpus, certiorari, and quo warrantor for the enforcement of the rights and liberties of the people.
The Supreme Court is the interpreter and guardian of the constitution of India. It can annual the unconstitutional laws and orders of the Union, and the State Governments.Every High Court enjoys original jurisdiction with respect to revenue and its collection, cases of succession,divorce etc. In its appellate Jurisdiction it hears appeals from the lower courts in cases concerning sales-tax, income tax, copy right, patent-right etc. The High Court is a court of record and its proceedings and decisions are referred to in future cases. A High court can issue writs for the enforcement of fundamental rights or for any other such purpose.
The subordinate courts are under the complete control of the High court.The lower court (e.g. Nyaya Panchayat or Munsiffs court) deals with minor cases while the higher courts (e.g., subordinate Judge’s court or District Judge’s court) deal with important cases.
भारत में एकीकृत एकल न्याय तंत्र है। यह पिरामीड के आकार में खड़ा किया गया एक संरचना है। संपूर्ण न्याय तंत्र के ऊपर सर्वोच्च न्यायालय का स्थान है।। इसके ठीक नीचे कई उच्च न्यायालय कार्य कर रहे हैं जिसके नीचे प्रत्येक राज्य में कई सहायक न्यायालय न्याय देने का प्रारंभिक स्तर पर अपना काम कर रही है।
भारत का सर्वोच्च न्यायालय नागरिकों के मौलिक अधिकार का संरक्षक है। यह परमादेश (मेन्डामेस) निषेध, बंदी प्रत्यक्षीकरण, उत्पेषण लेख (सेटेरी) और क्यू वारेन्टर का प्रयोग लोगों के अधिकार की रक्षा और उसके स्वतंत्रता को बनाए रखने के लए इनका प्रयोग कर सकता है।
सर्वोच्च न्यायालय भारतीय संविधान का अभिभावक और व्याख्याता है। यह असंवैधानिक नियमों और आदेशों को, जिसे संध और राज्य सरकारें जारी करती है, रद्द कर सकता है। प्रत्येक उच्च न्यायलय के पास वास्तविक राजस्व और उसके संग्रह, विवादों को निपटाने का काम करते हैं। इसके न्याय-क्षेत्र में यह अपने से नीचली अदालतों से आए आवेदनों पर सुनवाई करता है, इसके अलावे आयकर, बिक्रीकर, कॉपी राइट, पेटेंट कानून, आदि पर सुनवाई करता है। उच्च न्यायलय ही अभिलेखों का न्यायालय कहा जाता है और भविष्य में इसके निर्णय को अन्य मामलों में प्रमाण के तौर पर न्यायालय के सामने रखा जाता है। एक उँच्च न्यायालय मौलिक अधिकारों और इस तरह के अन्य लोकहित के उद्देश्य के लिए रिट जारी कर सकता है।
सहायक न्यायलय, पूर्णत: उच्च न्यायालय के नियंत्रण में होते हैं। सबसे नीचला अदालत (पंचायत न्यायालय अथवा मुनकि न्यायालय) जो सामान्य और छोटे-छोटे मामलों को देखने का काम करता है। वहीं इससे ऊपर के न्यायलय में सहायक न्यायाधिकारियों का न्यायालय अथवा जिला न्यायाधीशों के न्यायालय होते हैं जो महत्त्वपूर्ण मामलों को देखने का काम करते हैं।
Question 2.
Write a paragraph in about 100 words on importance of the rule of law.
कानून के शासन की महत्ता पर लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखें।
Answer.
There are laws laid down by government, and everyone in the country has to obey them. It is something more complex, and involves the primacy of laws over the human instinct for a shortcut. It is about suppressing the urge to gain an unfair advantage, for the eventual betterment of all who reside in any one country. Those nations where the rule of law is weak tend to end up in a morass of lawlessness and corruption. Every country must guard against any creeping erosion of the primacy of prudent laws or build up new sinews to defend them.
Well-thought-out and prudent laws are the foundation of a nation. They define the parameters of civil society. Conversely, if laws become elastic, then the boundaries of life become distended into dysfunction. For this reason, then, it is incumbent on all to guard against the possible encroachment of the far-too-natural urge to cut corners.
सरकार द्वारा हर देश में कानून बनाये जाते हैं और देश के हर नागरिकों का यह कर्तव्य होता है कि वे इसका पालन करें। मानवों की यह स्वभाविक प्रवृति होती है कि वह अपने लिए नियमों से परे आसान रास्तों का चयन करते हैं जबकि कानून की जटिलता उसे ऐसा करने से रोकती है। किसी भी देश की सरकार का यह कर्तव्य होता है कि अपने नागरिकों के सार्वजनिक हितों को ध्यान में रखते हुए गलत करने वालों को दमन करे। वे देश जहां कानून का राज्य कमजोर है, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पाया जाता है और कानून का उलंघन किया जाता है। प्रत्येक देश की सरकार का यह दायित्व हो जाता है कि वह अपने यहां धीर-धरे हो रहे कानन के क्षय को रोके और असमाजिक तत्त्वों पर अंकुश लगाने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण कानूनों का निर्माण करे।।
अच्छे विचारों का उद्भव और विवेक पूर्ण कानून किसी भी राज्य का आधार होता है। वे समाज के अधिकारों और कर्तव्यों का दायरा तय करती है। इसके विपरीत यदि कानून नरम होती है तो झूठ की सीमा फूलने लगती है और तंत्र काम करना बंद कर देती है।
Question 3.
Write a paragraph in about 100 words comparing the king in the lesson with the Indian King Chandragupta Maurya. You may take help of a history teacher.
आप अपने विद्यालय के इतिहास के शिक्षक की मदद से इस अध्याय में उ)त राजा और प्राचीन भारत के सम्राट चन्द्रगुप्त में तुलना करते हुए लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखें।
Answer.
The king was the highest authority and was assisted by ministers and other state officers. Pataliputra was the capital of Mauryan Empire during the rule of Chandragupta Maurya. Chandragupta Maurya, as the ruler of a great empire, made the administration of justice thorough. The Law was binding on all and carried the fear of punishment for the breakers of Law. At the top of the judicial system were the king as the highest court of appeal. There were smaller courts of justice right from the village tribunals at the bottom. The village headman and the village elders usually looked into smaller disputes within their local areas.
राजा किसी भी देश का सर्वोच्च अधिकारी होता है। जिसकी सहायता में अनेक मंत्री और कर्मचारीगण काम करते हैं। चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन काल के दौरान पाटलीपुत्र मौर्य साम्राज्य की राजधानी थी। एक विशाल साम्राज्य का शासक चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने संपूर्ण साम्राज्य में न्यायपूर्वक शासन किया। कानून का पालन करना सभी के लिए आवश्यक था और दंड के भय से कोई भी इसे तोड़ने का हिम्मत नहीं जुटा पाता था। कानून का सर्वोच्च होने के नाते आवेदन का राजसभा सर्वोच्च अदालत होता था। वहीं सबसे निचले स्तर में न्याय देने का काम ग्रामसभा करती थी। ग्राम प्रधान और गांव के बुजुर्ग लोग आपस में मिल कर छोटे स्तर के मामलों का निपटारा करते थे।
(ADDITIONAL QUESTIONS AND ANSWERS)
A. Choose the correct alternative from the options given below:
1. Which of the following words best describes the king?
(a) Submissive
(b) Obedient
(c) Savage
(d) Barbaric
2. The setting of the story is related to
(a) a circus
(b) medieval Europe
(c) Ancient Rome
(d) Arabian country
3. Which word best describes the princess’s lover?
(a) Coward
(b) bold and daring
(c) rustic
(d) brute
4. What kind of tiger was usually kept behind the door?
(a) Weak
(b) Tamed
(c) fiercest
(d) old
5. Who used to choose the lady for the accused person?
(a) The king’s adviser
(b) The ministers
(c) The king himself
(d) The subjects.
6. On the day of trial probably:
(a) the lady came out of the door.
(b) the tiger came out of the door.
(c) a bear came out of the door.
(d) certainly difficult to say.
7. The king’s method of justice was a selection between:
(a) rich and poor people
(b) strong and old
(c) death and marriage
(d) musicians and dancers
8. The royal daughter was like ……
(a) the young man
(b) the subjects
(c) her father
(d) the king’s men
9. When the young man entered the arena, he was ..
(a) frightened
(b) diseased
(c) hopeless
(d) bold and confident
10. Who gauged the signal made by the princess in the arena?
(a) The audience
(b) The king
(c) Only her lover
(d) The band of dancers.
Answers.
1.-(c),
2.-(c),
3.-(b),
4.-(c),
5.-(c),
6.-(d),
7.-(c),
8.-(c),
9.-(d),
10.-(c).
B. Say whether the following statements are true or false. Write ‘ T’ for true and ‘F’ for false:
1. The king’s Latin neighbors were great idiots.
2. Only the religious heretics were tried in the public arena.
3. The fate always helped the accused person in the arena.
4. The accused was free from any pressure to choose any one of the doors.
5. The accused person often knew the secrets of the door.
6. The fate of the accused person always made the trial more interesting.
7. The princess’ lover was a commoner.
8. The princess was jealous of the lady behind the door.
9. The accused person opened the door on the left.
10. The princess took a long time to indicate the right-hand door.
Answers.
1.-F,
2.-F,
3.-F,
4.-T,
5.-F,
6.-T,
7.-T,
8.-T,
9.-F,
10.-F
C. Answer the following questions in about 30- 40 words each:
Question 1.
How was the king most powerful?
राजा किस प्रकार से अत्यधिक शक्तिशाली था?
Answer.
The king very much like fancies enthusiasm. As a king, he was able to put into force some of his fancies into practice. So he was very powerful.
राजा अत्यंत ही कल्पनाजीवी और उत्साही प्रवृति का व्यक्ति था। एक राजा के रूप में वह अपनी कल्पना को वास्तविकता के धरातल पर उतारने के लिए किसी पर दवाब बना सकता था। अतः वह अत्यधिक शक्तिशाली था।
Question 2.
What is an amphitheater?
रंगशाला क्या था?
Answer.
In ancient Rome/time, an amphitheater was an oval unroofed building. It had seats rising behind and above each other round in an space. It was used for public games and amusements.
प्राचीन काल में रोम में यह बिना छत का एक अंडाकार भवन होता था। इसमें कई चक्र में लोगों के बैठने के लिए बैठक बने होते थे जो नीचे से ऊपर उठता जाता था। इसका उपयोग सार्वजनिक रूप से लोगों का मनोरंजन करने और खेल का प्रदर्शन करने के लिए किया जाता था।
Question 3.
What decided the punishment or reward for crime in the public arena?
लोक दीर्घा में अभियुक्त का सजा अथवा पुरस्कार क्या निर्धारित करता था?
Answer.
In the king’s scheme of poetic justice,fate had a great role. The chance often decided the punishment or reward for crime in the public arena.
राजा के काव्यात्मक न्याय करने की विधा में भाग्य का बहुत बड़ा योगदान होता था। लोक दीर्घा में अभियुक्त को चुनाव का मौका दिया जाता था जिसके आधार पर अपराध के लिए दंड और पुरस्कार का निर्धारण होता था।
Question 4.
Where did the king usually sit in the public arena?
सामान्यतः राजा लोक दीर्घा में कहां बैठता था?
Answer.
The king’s throne was specially built in the public arena. It was constructed high up on one side of the arena. The king often sat at this place and gave signals.
राजा का सिंहासन विशेष तौर पर बनाया गया था। इसे दीर्घा के एक ओर सबसे ऊँचे स्थान पर बनाया गया था। राजा इसी गद्दी पर बैठता था और अपने
कर्मचारियों आदि को संकेत देता था।
Question 5.
What was the goal of the public arena?
लोक दीर्घा का क्या उद्देश्य था?
Answer.
The king often desired to increase the culture of his subjects. The public arena helped him in widening and developing the mental energies of his subjects.
राजा अपने विषय की संस्कृति को बढ़ाने की इच्छा रखता था। लोक दीर्घा उसके अपने विषय में सोचने और समझने की क्षमता को विकसित करने और फैलाने का काम करता था।
Question 6.
How was the public arena unique?
लोक दीर्घा अपने-आपमें किस तरह खास था?
Answer.
The king’s justice was unique. The public arena was the method of his justice. There was fifty percent chance of punishment or reward for the accused.
राजा का न्याय विशिष्ट था। लोक दीर्घा राजा के न्याय करने की प्रक्रिया का एक अंग था। वहां दोषी को दंड और पुरस्कार मिलने का अवसर आधा-आधा था।
Question 7.
How is the king represented in the story?
इस कहानी में राजा का प्रतिनिधित्व किस तरह से किया गया है?
Answer.
In the story the king symbolized savagery. He did not have the grace and polish of his neighbors. Still he was famous for his poetic justice.
इस पाठ में राजा बर्बरता का प्रतीक है। उसने अपने पड़ोसियों से न तो कुठ सीखा और न ही अपने में कोई सुधार किया। अंततः वह अपने काव्यात्मक न्याय के ढंग के कारण प्रसिद्ध रहा।
Question 8.
How is the prince represented in the story?
इस कहानी में राजकुमार का प्रतिनिधित्व किस प्रकार का है?
Answer.
The king’s method of justice is the public arena. The accused was free to choose between the hungry tiger and the lady. His life was dependent on the chance.
राजा का न्याय करने का तरीका लोक दीर्घा था। अभियुक्त भूखे बाघ और सुन्दर नारी में से किसी एक को चुनने के लिए स्वतंत्र था। उसकी जिंदगी अवसर पर निर्भर था।
Question 9.
Where were the two doors located in the area?
लोक दीर्घा में किस स्थान पर दो दरवाजे बने थे?
Answer.
The two doors were located directly in front of the accused standing in the amphitheater. They were exactly same and built side by side.
रंगशाला में जिस स्थान पर अभियुक्त को खड़ा किया जाता था, उसके ठीक सामने ही दोनों दरवाजे स्थित थे। दोनों ही दरवाजे देखने में एक जैसा था और एक-दूसरे के साथ बने हुए थे।
Question 10.
What does the phrase ‘Sad iron bells’ signify?
‘लोहे का उदास घंटा’ लोकोक्ति व्यक्त करता है?
Answer.
When the hungry tiger decided the fate of the accused person, there was no chance of his living. The sad iron bells were rung to declare his death.
दोषी के भाग्या का निर्णय जब एक भूखा बाघ निर्धारित करता था तो उसके जिंदा रहने की उम्मीद पूरी तरह से समाप्त हो चुका होता था। लोहे का उदास (दुखद) घंटा बजना उसके मौत को घोषित करता था।
Question 11.
What precaution was taken to choose the lady for the accused person?
दोषी के लिए नारी का चयन करते समय क्या सावधानी बरती जाती थी?
Answer.
The king himself chose the lady for the accused person. He took every care about her age and status. He often selected the beautiful lady for the accused.
दोषी के लिए राजा स्वयं ही लड़की चुनता था। वह हर हाल में उसके उम्र और सामाजिक स्थिति का खयाल रखता था। यहां तक कि वह एक सुन्दर नारी का ही चुनाव अभियुक्त के लिए करता था।
Question 12.
Did the tiger come out of the same door on every trial?
क्या हर सुनवाई में बाघ एक ही दरवाजे से निकल कार बाहर आता था?
Answer.
No, the tiger did not come out of the same door on every trial. There were two door in the king’s arena. Sometimes a hungry tiger came out of one door, and sometimes it came out of the other door.
नहीं, हर सुनवाई के दौरान बाघ एक ही दरवाजे से बाहर नहीं आता था। राजी के उस दीर्घा में दो दरवाजे बने थे। किसी बार एक दरवाजे से भूखा बाघ निकलकर बाहर आता था तो किसी बार दूसरे दरवाजे से निकल कर आता था।
Question 13.
What was the people’s reaction to the king’s method of justice?
राजा के न्याय करने की विधा पर जनता को क्या राय था?
Answer.
The king’s method of justice was very popular among the people. On the trial day they often used to gather in large numbers. They were greatly entertained. They had no doubt about the king’s justice.
राजा का न्याय करने का विधान जनता में अत्यंत प्रसि) था। सुनवाई के दिन वे अधिकाधिक संख्या में उसे देखने के लिए आते थे। उनका वहां की मनोरंजन होता था। उनका राजा के न्याय करने पर कोई संदेह नहीं होता था।
Question 14.
Which law governed the proceedings of the public arena?
लोक दीर्घा में सुनवाई किस नियम के तहत किया जाता था?
Answer.
The king like his fancies and he had to force them into reality. His courtiers had no power to change his decisions. Actually his words were law.
राजा अपनी कल्पना को बहुत अधिक प्यार करता था और उसे धरातल पर उतारने के लिए किसी को वाध्य कर सकता था। उसके दरवारियों को उसके निर्णय को बदलने की कोई क्षमता नहीं थी। वास्तव |में उसकी वाणी ही कानून था।
Question 15.
How was the king barbaric?
राजा किस तरह से बर्बर था?
Answer.
The king was not civilized. He did not follow his advisers. He lacked in the grace and polish of his neighbors. He often asserted his power.
राजा एक सभ्य व्यक्ति नहीं था। वह अपने सलाहकार की बातों को नहीं मानता था। वह अपने पड़ोसी राजाओं की तरह सहृदयता और चमक-दमक से हीन था। वह अपनी शक्ति का प्रयोग बल पूर्वक करता था।
Question 16.
How was the princess similar to her father?
राजकुमारी किस प्रकार अपने पिता के समान थी?
Answer.
The princess was passionate, fanciful and strong. Her father was also endowed with all this qualities. So she was like her father.
राजकुमारी भी शक्ति संपन्न, सौन्दर्य प्रेमी और भावुक थी। उसके पिता भी इन सभी गुणों से युक्त था। इसलिए वह अपने पिता के समान थी।
Question 17.
Explain: ‘the apple of her father’.
‘पिता की आंखों का तारा’ लोकोक्ति को समझाएं।
Answer.
The phrase is used for the princess. She was very dear to her father. So, she was the apple of her father.
इस लोकोक्ति का उपयोग राजकुमारी के लिए किया गया है। वह अपने पिता की बेहद प्यारी थी। वह अपने पिता के आंखों का तारा थी।
Question 18.
How was the princess’ lover a commoner?
राजकुमारी का प्रेमी किस प्रकार से एक सामन्य आदमी था?
Answer.
The princess was a royal daughter.But her lover was below her status. So, he was commoner.
राजकुमारी एक राजपरिवार की बेटी थी। लेकिन उसका प्रेमी उसके सामाजिक स्थिति से नीचे का था। अतः वह एक सामान्य नागरिक था।
Question 19.
What qualities was the princess’s lover known for?
राजकुमारी का प्रेमी अपने किन गुणों के कारण जाना जाता था?
Answer.
The princess’s lover was brave, handsome and daring. He had a sweet heart. He loved the princess with all his being.
राजकुमारी का प्रेमी एक सुन्दर, आकर्षक, बहादुर और साहसी व्यक्ति था। उसका हृदय प्रेम और करुणा से भरा था। उसके पास जो कुछ था, उन सभी के साथ वह राजकुमारी को प्यार करता था।
Question 20.
Why did the king take his personal interest in the young man’s case?
राजा ने उस नौजवान के मामले में क्यों व्यक्तिगत रूचि दिखाई?
Answer.
The young man’s case was typical. He loved the royal daughter. At the same time he was below in status of the princess. So the king take his personal interest in this matter.
उस नवयुवक का मामला एक प्रतिनिधिक मामला था। उसने राजकुमारी को प्रेम करने का अपराध किया था। इसके साथ ही वह राजकुमारी से सामाजिक स्तर में भी निम्न था। अतः राजा ने इस मामाले में अपनी व्यक्तिगत रूचि दिखाई।
Question 21.
Why were the audience eager to attend the young man’s trial?
नौजवान में मामले को देखने के लिए दर्शक बनने को लोग क्यों अत्यधिक उत्सुक थे?
Answer.
The audience were familiar with the king’s method of justice. This time his daughter was involved in this case.Perhaps they wanted to know the king’s decision.
नगर के लोग राजा के न्याय से पूरी तरह से परिचित थे। इस मामले का संबंध उसकी बेटी भी था। यही वजह था कि वे लोग यह जानना चाहते थे कि राजा का निर्णय क्या होता है।
Question 22.
What crime was committed by the young man?
उस नौजवान के द्वारा कौन सा अपराध किया गया था?
Answer.
Although the young man was brave and handsome, he dared to love the royal daughter. He forgot his status.So, it was a crime for him.
जबकि वह नौजवान बहादुर और सुन्दर था। उसने राजकुमारी से प्रेम करने का दुस्साहस किया था। वह अपनी सामाजिक स्थिति को भूल गया था। अत: यही उसके लिए अपराध बन गया था।
Question 23.
What had the princess done which no one had ever done?
राजकुमारी ने ऐसा क्या किया जो आज तक कोई भी नहीं कर पाया था?
Answer.
The princess was a royal daughter. He had power, influence and lots of gold. He discovered the secrets of the doors. No one had ever discovered it before.
राजकुमारी राजपरिवार की एक बेटी थी। उसके पास शक्ति, किसी बात को प्रभावित करने की क्षमता और भारी मात्रा में सोना था। उसने इसकी सहायता से दरवाजों के रहस्य का पता लगा लिया। इससे पहले कोई भी ऐसा नहीं कर पाया था।
Question 24.
Why did the accused look only at the princes in the arena?
दीर्घा में अभियुक्त ने एक मात्र राजकुमारी की ओर क्यों देखा?
Answer.
The accused knew that the princess had the answer. She might have discovered the secrets of the door. She might indicate the right door at any moment.
अभियुक्त जानता था कि राजकुमारी के पास उसके प्रश्न का सही उत्तर है। निश्चित रूप से उसने दरवाजों के रहस्य का पता लगा लिया होगा। निश्चय ही वह किसी भी हाल में उसे सही दरवाजे का संकेत देगी।
Question 25.
The princess made the signal quickly. Why?
राजकुमारी ने जल्दीवाजी में क्यों संकेत दिया?
Answer.
The princess was sitting beside her father. The audience may suspect her and question the king’s method of justice. So she made a quick signal for her lover only.
राजकुमारी अपने पिता के बगल में बैठी थी। दर्शक संभवतः उस पर संदेह करते और राजा के न्याय करने के ढंग पर प्रश्न उठा सकता था। यही वजह था कि उसने अपने प्रेमी को बड़ी तेजी में संकेत किया।
Question 26.
How did the princess’ heart behave at the thought of her lover’s trial?
राजकुमारी का हृदय किस तरह से अपने प्रेमी की सुनवाई को लेकर काम कर रहा था?
Answer.
Her heart was burning with longing for her lover and jealousy of the lady. She knew that she had already lost her lover. But she had no answer.
उसका हृदय अपने प्रेमी के प्रेम पाने की लालसा से उद्वेलित हो रहा था और साथ ही साथ उस नारी के प्रति जलन से भरा था जिससे उसके प्रेमी का विवाह होना संभावित था। वह अच्छी तरह से जानती थी कि उसने अपने प्रेमी को हर हाल में खो दिया है। लेकिन उसके पास इसका कोई जवाब नहीं था।
Question 27.
The trial of the princess’ lover was special for the subjects. Why?
राजकुमारी के प्रेमी के मामले की सुनवाई एक विशेष विषय बन गया था। क्यों?
Answer.
The subjects were greatly interested in the workings and development of this trial. The young man’s case was a critical case for the kingdom as it involved the royal daughter. They wanted to watch its result.
सुनवाई का यह विषय बड़ा ही रूचिकर और पल-पल विकसित हो रहा था। नौजवान का यह मामला उस राज्य के लिए बहुत अधिक संवेदनशील था क्योंकि इस मामले में सीधे तौर पर राजकुमारी संलग्न थी। वे इसके परिणाम को देखना चाहते थे।
D. Answer the following questions in about 60 words each:
Question 1.
What sharpened the king’s ideas? How did his authority help him?
राजा का विचार किस प्रकार से स्वच्छ होता था? उसके सहयोगी किस प्रकार से उसकी सहायता करते थे?
Answer.
The progressiveness sharpened the king’s ideas. He had learnt many good things from them. Still he was not so popular as his Latin neighbors were.The king was a man of exuberant fancy and immense enthusiasm. As a king he had a great deal of authority. No body could question his power. His irritable authority always helped him put some of his fancies into practice.
प्रगतिशीलता राजा के विचार को तेज करने का काम करता था। उसने इससे कई अच्छी बातों को सीखा था। इसके बावजूद वह अपने लेटिन पड़ोसियों से अधिक प्रसिद्ध नहीं हो पाया था। राजा अपनी कल्पनाओं से उल्लासित होने वाला और अत्यंत उत्साही प्रवृति का था। एक राजा होने के नाते वह एक सर्वशक्तिमान प्रशासक था। उसकी शक्ति पर कोई भी प्रश्न नहीं उठा सकता था। उसका चिड़चिड़ापन उसकी कल्पनाओं को हकीकत में ढालने का अवसर प्रदान करता था।
Question 2.
When was the king calm and friendly.What happened when the things went wrong?
राजा कब शांत और मित्रवत होता था? जब कोई बात गलत हो जाती थी तो क्या होता था?
Answer.
The king was barbaric. Still he was calm and friendly when the things followed its normal course in the kingdom. But when the things did not please him, he was a blander. Even his advisers were helpless to control or advice him. He often like to correct the wrong things. He loved to make the crooked straight and crush down the uneven places in life.
राजा अत्यंत बर्बर था। जब उसके राज्य में सारी बातें सामान्य होती थी तो वह बेहद शांत और मित्रवत होता था। लेकिन यदि कोई बात उसे पसंद नहीं आती थी तो वह क्रोधित हो जाता था। यहां तक कि उसके सलाहकार भी उसे शांत करने और सलाह देने में अस्कल पाते थे। इसके बावजूद वह गलत चीजों को सुधारना पसंद करता था। वह अपने जीवन की असमानताओं को समाप्त करने तथा बेईमान और मक्कार लोगों को सही रास्ते पर लाना पसंद करता था।
Question 3.
What purpose did the public arena serve the savage king?
उस बर्बर राजा के किस उद्देश्य को पूरा करने में वह लोक दीर्घा काम आता था?
Answer.
The public arena was the king’s method of justice. It symbolized how his ideas were semified. The exhibitions of manly and beastly valor in the arena was a powerful source of entertainment for the subjects. He also refined and cultured the minds of his subjects. The king had a desire to add to the culture of his subjects.
लोक दीर्घा राजा के न्याय करने की प्रक्रिया का एक अंग था। यह उसके विचारों का प्रतीक था कि वह किस प्रकार से अधकचरा था। लोक दीर्घा में होने वाले पाश्विक साहस का प्रदर्शन लोगों के मनोरंजन का एक सबसे बड़ा साधन था। उसने अपने पसंद के अनुसार परंपराओं और संस्कृति की विषयवस्तु को बदल दिया था। राजा की सदा यही इच्छा होती थी कि वह अपने पसंद के विषय को अपनी संस्कृति में शामिल कर लिया जाय।
Question 4.
How was the princess’ decision serious for her?
राजकुमारी का निर्णय उसके लिए क्यों महत्त्वपूर्ण था?
Answer.
The princess fell in love with a young man. The young man loved her deeply. But he was a commoner. Unfortunately the king came to know about their love affairs and put the young man in the prison. He was to be tried in the arena. Anything might happen with him. The princess did not like him to be killed by a hungry tiger. She also had no desire to see him to be married with the lady behind the door. So, it was a crucial moment for her.
राजकुमारी अपने ही देश के एक नौजवान से प्यार करने लगी। वह नौजवान भी उसे बेहद प्यार करता था। लेकिन वह एक सामान्य नागरिक था। संयोग से राजा को इन दोनों के प्रेम-प्रसंग को पता चल गया और उसने उस यवक को केद कर जेल में डाल दिया। उसकी भी सुनवाई उसी दीर्घा में होनी थी। उसके साथ कुछ भी हो सकता था। राजकुमारी यह नहीं चाहती थी कि उसका प्रेमी एक भूखे बाघ के द्वारा मारा जाय। लेकिन उसकी यह भी इच्छा नहीं थी कि उसके प्रेमी का विवाह किसी दूसरी लड़की के साथ हो जो दरवाजे के पीछे खड़ी थी। इसलिए यह उसके लिए बड़ा ही कठिन समय था।
Question 5.
What came out of the door on the day of trial?
सुनवाई के दिन दरवाजे के पीछे से क्या निकला?
Answer.
This question is really difficult to be answered. Even the author has left the end to the readers. Anything might have happened with the young man. The princess was jealous of the lady behind the door. She could not see her lover with the beautiful lady. He was to be married with whom the next moment. At the same time she was also helpless to bear the cruelty of the tiger.
इस प्रश्न का उत्तर दे पाना निश्चय ही कठिन था। यहां तक कि लेखक ने भी इसका अंत अपने पाठकों पर छोड़ दिया। उस युवक के साथ कुछ भी हुआ होगा जो स्पष्ट नहीं है। राजकुमारी दरवाजे की पीछे की उस नारी के प्रति जलनशील थी। वह किसी भी हाल में अपने प्रेमी को उस सुन्दर नारी के साथ नहीं देख सकती थी जिसके साथ उसका अगले ही कुछ क्षणों में विवाह हो सकता था। इसके साथ ही उसी क्षण वह उस दुर्दान्त बाघ की क्रूरता को भी बर्दास्त नहीं कर सकती थी।
Question 6.
How did the element of uncertainty make the trial interesting for the audience?
दर्शकों के सामने किस प्रकार से अनिश्चितती सुनवाई को और भी मनोरंजक बनाता था?
Answer.
The king’s method of justice was unique. The fate of the accused was decided by two doors. One door had a beautiful lady behind and the other door had a hungry tiger behind it. The audience were not certain what would happen the next moment. The lady or the tiger never came out of the same door every time. As the secrets of the doors was full of suspense, it was interesting for the audience. The fate of the accused always decided the trial.
राजा का न्याय करने का ढंग अपने-आप में निराला था। अभियुक्त के भाग्य का निर्णय दो दरवाजों के माध्यम से होता था। एक दरवाजे के पीछे एक सुन्दर नारी होती थी और दूसरे दरवाजे के पीछे एक भूखा दुर्दात बाघ रहता था। दर्शक इस बात से निश्चिंत नहीं हो सकते थे कि अगले क्षण क्या होने वाला है। हमेशा एक ही दरवाजे से न ता नारी निकलती थी और न ही बाघ निकलता था। इस तरह से दरवाजे का रहस्य पूरी तरह से आशंकाओं से भरा रहता था, यह दर्शकों के लिए मनोरंजक बनाता था। अभियुक्त का भाग्य हमेशा सुनवाई के बाद ही निर्धारित होता था।
Question 7.
Why was the princess jealous of the lady behind the door?
दरवाजे के पीछे की नारी से राजकुमारी क्यों जलती थी?
Answer.
The lady behind the door was one of the most beautiful ladies in the entire country. She knew this fact. When she thought his lover being living with this lady, she was full of anger. She hated the lady. In her father’s system of justice, if the accused was innocent, he had to be married with the lady behind the door. As the young man loved her deeply, it was impossible to see him with the other beautiful lady.
दरवाजे के पीछे जो नारी थी वह उसके देश की सबसे सुन्दर नारियों में से एक थी। वह इसे सत्य को जानती थी। जब वह यह सोचती कि उसका प्रेमी किसी अन्य नारी के साथ रह रहा है तो इस बात से वह अत्यंत ही क्रोधित हो जाती थी। वह उस नारी से करत करने लग जाती थी। उसके पिता के न्याय विधान के अनुसार यदि अभियुक्त निर्दोष है तो उसे दरवाजे के पीछे की नारी से विवाह करना होता था। चुंकि वह नौजवान उसे बेहद प्यार करता था यही वजह था कि वह उसके साथ किसी और नारी को नहीं देख सकती थी।
Question 8. What did the princess feel in her dreams?
राजकुमारी ने अपने सपने में क्या अनुभव किया?
Answer.
The princess was frightened by her dreams. The horror of the dream made her restless. She was unable to bear the scene of her lover being killed by a hungry tiger. In her dreams she often covered her face with her hands. She was well aware that in her father’s method of justice only fate of the accused decided death or reward as punishment for him. There was no escape for her lover. As she was scared, she tried to escape the cruelty by covering her face.
राजकुमारी अपने सपने से डर गई। सपने के उस भय ने उसे बेचैन कर दिया। वह अपने प्रेमी को एक भूखे बाघ के द्वारा मार कर खाए जाने के विभीत्स दृश्य को नहीं बरदास्त कर सकती थी। इस भयानक सपने के भय से उसने अपने चेहरे को नींद में ही अपने दोनों हाथों से ढक लिया। वह अपने पिता के इस न्याय विधान से पूरी तरह परिचित थी कि अभियुक्त के निर्दोष अथवा दोषी होने का निर्णय पूरी तरह से उसके अपने भाग्य पर निर्भर था जिसके परिणामस्वरूप उसे पुरस्कार अथवा सजा दिया जाता था। उसके प्रेमी के सामने भी इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं था। इसके कारण जो उसके मुंह से चीख निकला, उस क्रूर सपनों की परिधि से बाहर निकलने के लिए उसने अपने चेहरे को अपने हाथों से ढक लिया।
Question 9.
Why was the princess impatient to attend the trial?
राजकुमारी उस सुनवाई में भाग लेने के लिए क्यों अत्यधिक उत्सुक हो गई?
Answer.
The princess knew that her lover might ask for some hints about the doors. She had power, influence and gold to know about the secret of the doors. Her lover was well aware that she would discover it and pass on to him. Besides, she also thought that she would be asked for the secret of the door by her lover in the arena. In her father method of justice there was no provision of escape. It was a choice between death and reward. So, she was impatient to attend the trial.
वह जानती थी कि उसका प्रेमी उससे दरवाजों के मामले में कोई संकेत पाना चाहेगा। उसके पास मामले को प्रभावित करने की क्षमता, राज्याक्ति और प्रचूर मात्रा में सोना है जिसकी सहायता से वह दरवाजे के गुप्त रहस्य को जान सकती है। वहीं उसका प्रेमी इस बात से पूरी तरह से अवगत था कि वह इसे जान जाएगी और उसे बता देगी। इसके साथ ही वह यह भी सोचती थी कि उसका प्रेमी उससे उस दीर्घा में इन दरवाजों के गुप्त रहस्य के बारे में पूछ सकता है। उसके पिता के न्याय विधान के अनुसार दंड से बच निकलने का कोई भी दूसरा रास्ता नहीं था। यह तो मौत अथवा पुरस्कार के रूप में मिलना ही था,अतः उसके लिए यह महत्त्वपूर्ण हो गया था कि वह उस सुनवाई में भाग ले।।
Question 10.
How was the king’s justice fair?
राजा का निर्णय किस प्रकार से निष्पक्ष होता था?
Answer.
In the king’s method of justice crime was decided by the two doors-the tiger or the lady behind them each.The tiger punished the accused and the lady rewarded him. Everything was dependent on the chance or fate.The tiger or the lady did come out of the same door every time. Nobody was sure what would happen at the next moment. Still people were happy because justice was done instantly.
राजा के न्याय विधान के अनुसार अपराध का निर्णय दो दरवाजों के माध्यम से होता था कि वह दोषी है। अथवा निर्दोष, जिसमें से एक के पीछे बाघ होता था तो दूसरे के पीछे नारी। बाघ उस दोषी व्यक्ति को सजा देता था जबकि नारी पुरस्कार के रूप में होती थी। सब कुछ भाग्य अथवा अवसर पर निर्भर करता था। बाघ अथवा नारी कभी भी एक ही दरवाजे से निकल कर बाहर आए यह आवश्यक नहीं था। कोई भी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं था कि अगले क्षण क्या होने वाला है। इसके बावजूद लोग खुश होते थे कि आने वाले क्षण में न्याय होने वाला है।
Question 11.
What arrangements did the king make for the young man’s trial?
उस नौजवान के मामले की सुनवाई के लिए राजा ने क्या व्यवस्था किया था?
Answer.
For the young man’s trial the king chose the fiercest tiger. He himself selected a lady for the young man.She was one of the most beautiful ladies in the entire country. Even the princess was jealous for her. All the proceedings were controlled by him. The mourners were posted outside the arena. The priests were also ready behind the door. Even facts of the matter did not produce any effect on his arrangements.
उस नौजवान की सुनवाई के लिए राजा ने अत्यंत ही क्रूर बाघ का चयन किया था। उसने स्वयं ही एक नारी का भी चुनाव किया था। वह उसके राज्य की सबसे | सुन्दरतम महिलाओं में से एक थी। जबकि राजकुमारी को भी उससे जलन हो रहा था। सभी प्रक्रियाओं को वह स्वयं ही नियंत्रित कर रहा था। दीर्घा के बाहरी भाग में मातम करने वाले को तैनात किया गया था। पंडित को भी एक अन्य दरवाजे के पीछे तैयार रखा गया था। यहां तक कि सुनवाई के लिए किए गए। सभी महत्त्वपूर्ण व्यवस्था पर संब) विषय की सत्यता का किसी भी प्रकार सेप्रभाव नहीं पड़ा था।
Question 12.
How was the princess’ love with the young man dramatic?
राजकुमारी के साथ उस नौजवान का प्रेम किस प्रकार से नाटकीय था?
Answer.
The love affair between the princess and the young man remained a secret for some months. Unfortunately this matter was revealed to her father who put him in the jail instantly. Although her lover was below her status.he was brave, young and handsome. He loved her deeply. On the day of trial the audience were surprised to see her lover. They thought that the princess was bound to fall in love with him. But how it happened was difficult to say. Perhaps her love was dramatic.
राजकुमारी और उस नौजवान के बीच का यह प्रेम-प्रसंग कई महीनों तक गुप्त ढंग से चलता रहा। लेकिन संयोग से इस बात को उसके पिता (राजा) ने जान लिया और उस नौजवान को तत्काल केद कर जेल में डाल दिया। हालंकि वह नवयुवक राजकुमारी की सामाजिक स्थिति से नीचे के स्तर का था, लेकिन वह बहादुर, सुन्दर और नौजवान था। वह उसे आत्मा की अतल गहराइयों से प्रेम करता था। सुनवाई के दिन वहां पहुंचे सभी दर्शक राजकुमारी के उस प्रेमी को देख कर आश्चर्यचकित थे। वे यह सोचते थे कि राजकुमारी तो इससे प्यार करने के लिए वाध्य ही थी। लेकिन ऐसा केसे हुआ, यह कहना अत्यंत ही कठिन था। शायद उनका प्रेम नाटकीय था।
Questions For Practice
1. What was novelty in the king’s justice?
राजा के न्याय में क्या अनूठापन था
2. The king was barbaric. Give two evidences.
राजा बर्बर था। इसके दो प्रमाण दें।
3. How fair was the princess’ love with the young man?
उस नौजवान के साथ राजकुमारी का प्रेम किस प्रकार से पवित्र था।
4. What is the significance of the tiger and the lady?
नारी अथवा बाघ का क्या महत्त्व है?
5. What could be a suitable end of this story?
इस कहानी का अंत किस प्रकार से उपयुक्त होता?